विनोद राणा
उखीमठ उनियाणा रांसी मोटरमार्ग बड़े हादसे को दे रहा निमंत्रण
विभाग और ठेकेदार की लापरवाही से मोटरमार्ग पर गड्डे बने ग्रामीणों के लिए आफत
रुद्रप्रयाग/
कालीमठ वार्ड के ऊखीमठ उनियाणा रांसी मोटरमार्ग की मौजूदा हालात बद्दतर हो चुकी है।बरसात के मौसम में मोटरमार्ग पर गड्डो में पानी भरा हुआ है।गड्डों के चलते सड़क पूरी तरह से खस्ताहाल होती नजर आ रही है।आये दिन ग्रामीणों को आवागमन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।आलम यह है कि विभाग और ठेकेदार की लापरवाही के कारण मोटरमार्ग पर कभी भी बड़े हादसे को निमंत्रण दे सकता है।मोटरमार्ग से लगे गांव उनियाणा राऊलैंक राँसी के लोंगो को आये दिन रोड़ की खराब स्थिति के कारण अपने काम काज और स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याओं के लिए मुख्यालय तक पहुंचने में
जिला प्रशासन, और सरकार को बार -बार अवगत कराने के बावजूद भी सब मौन बैठे हैं, आज सरकार के मंत्री, सांसद या तो कालीमठ में दर्शन करने तक सीमित रह गए, या इनके पार्टी के नेता सिर्फ सैल्फी और गुलदस्ता तक सीमित हो गए,
स्थिति ये है, कि सरकार की योजनाओं का उद्घाटन भी भाजपा नेताओं के होटल लाॅजों में हो रहा है, जनता और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संवाद ही नहीं रह गया!
अगर क्षेत्र के कालीमठ और मद्महेश्वर घाटी में कोई योजना आ रही है, तो उसका उद्घाटन चंद भाजपा कार्यकर्ता और मंत्री रूद्रप्रयाग के होटल में ही शिलान्यास कर रहे हैं, और प्रतिनिधियों को जानकारी तक नहीं, जब गोंन्डार की योजना का बोर्ड रूद्रप्रयाग के होटल में शिलान्यास होगा तो ,वो योजना धरातल पर कहाँ से उतरेगी, ऊखीमठ -उनियाणा रांसी मोटरमार्ग, पिलोंजी गिरिया, राऊंलैंक- जग्गी बग्वान, गैड -गडगू, कालीमठ बेडुला, सब जगह यही हाल हैं,
आज स्थिति ये है, लाखों रुपये का सामान मद्महेश्वर धाम के पडावों पर जंक खा रहा है, लेकिन वन -विभाग की आपति के कारण आज मद्महेश्वर धाम में एक शौचालय तक नहीं बन पा रहा है,
कालशिला मन्दिर तो मन्दिर समिति ने ले लिया अपने पास पर रहने के लिए एक टैंन्ट की भी प्रमीशन नहीं है, एक शौचालय तक नहीं है,
क्यों सरकार ये विकास का ढिंढोरा पीट रही है,
रोडों के ठेकेदार अपने को मंत्री का करीबी बता रहे हैं,
इस सरकार के पास चिलोंण्ड गाँव की जो सड़क है, उसके पुल के डिजाइन के लिए 10 लाख रुपये का बजट भी नहीं है,
पूर्व के प्रभारी मंत्री जी ने तो वितिय वर्ष का जिला योजना का करोडो रूपये हाॅस्पिटलों के रंग -रोहन में दिखा दिया, जबकि रंग रोहन से बढिया एक एक्सरे मशीन ही लगा देते, आज पूरे प्रदेश में डीपीसी का चुनाव नहीं हो पाया, क्योंकि प्रभारी मंत्री जो पूर्व के रहे अपने कमीशन के चक्कर में सरकार को गुमराह कर गये, और कोरोना का हवाला दे दिया,
जबकि पार्टियों की बडी -बड़ी रैलियां हो रही हैं,
जनपद -रूद्रप्रयाग की बात करूं तो डीपीसी चुनाव में अब जिला पंचायत सदस्यों के अलावा मात्र एक सदस्य नगर निकाय से चुना जाना है, जिसमें मात्र 20 लोग उस मीटिंग में रहेंगे,
लेकिन सरकार कह रही है, की कोरोना की वजह से चुनाव नहीं हो सकते,
कारण 2 सालों में लगभग 72से 80 करोड़ का बजट खर्च हो गया, जिसमें केदारनाथ विधानसभा और जिला पंचायत सदस्यों के साथ अनदेखी हुयी,
जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है,
चिलोंण्ड पुल के डिजाइन के लिए 10 लाख रुपये नहीं इस प्रशासन और सरकार के पास,
और बीजेपी नेताओं का घर का पुस्ता भी लग गया,
(आम आदमी का एक आधार कार्ड भी नहीं बन पा रहा है)!
संचार सुविधा के भी बुरे हाल हैं,
मेरी कोई किसी राजनीतिक पार्टी से कोई द्वेष भावना नहीं है, हमारा सवाल सरकार से है,
पार्टी पधाधिकारी सही राह बतायें मंत्री और सांसद जी को सही स्थिति से अवगत करायें !
ये क्षेत्रीय जनता की पीड़ा है,
इस मुद्दे पर सरकार के प्रभारी मंत्री और जिम्मेदार लोगों से में खुली डिवेड के लिए भी तैयार हूँ!
बहुत जल्द अगर समस्याओं का समाधान न हुआ तो क्षेत्रीय जनता के साथ घर -घर चौपाल लगा के एक बड़े आंदोलन के लिए रणनीति बनायेंगे, और आंन्दोलन करेंगे,
ध्यान रहे, अब आंन्दोलन या धरना प्रदर्शन तहसील या जिला मुख्यालय में नहीं बल्कि मद्महेश्वर धाम से शुरू होगा !
धन्यवाद !
बिनोद राणा सदस्य जिला पंचायत कालीमठ वार्ड, 8979357065,
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